शनिवार

स्तनपान से शिशु को मिलने वाले लाभ। स्तनपान से मां को मिलने वाले लाभ, स्तनपान कराने वाली माँ के लिए जरूरी आहार?

Breast feeding

मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान होता है, जिससे बच्चे को रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है और वह स्‍वस्‍थ रहता है।

breast feeding
Breast Feeding


जन्म के बाद से ही बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी होता है और मां के दूध से ही उन्हें सभी पोषण भी मिलता है। डॉक्टर्स भी बच्चों को 6 महीने तक दूध पिलाने की सलाह देते हैं जिससे बच्चे के शरीर में शक्ति पहुंच सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्तनपान जितना बच्चे के लिए जरूरी और फायदेमंद होता है, उतना ही फायदेमंद मां के लिए भी होता है।

स्तनपान से शिशु को मिलने वाले लाभ

• स्तनपान में मौजूद प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम आदि शिशु के शारीरिक विकास में मदद करता है।
• स्तनपान में उच्च प्रोटीन और रोगप्रतिकारक तत्व मौजूद होते हैं जो शिशु की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
• स्तनपान करने वाले बच्चों को जुकाम, सांस संबंधी इन्फेक्शन, कान में संक्रमण और इन्फ्लूएंजा जैसे रोग नही होते हैं।

• स्तनपान में प्रोबायोटिक होता है जो बच्चो के पाचन क्रिया मज़बूत होती है। इसलिए जिन बच्चों को स्तनपान कराया जाता है, वे दूसरे बच्चों से ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। 

• स्तनपान से बच्चो में डायबिटीज होने का खतरा कम हो जाता है। 

• स्तनपान करने वाले शिशुओं में हाई ब्लड प्रैशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और बड़े होकर हृदय रोग होने की संभावना कम होती है।

• स्तनपान करने वाले शिशुओं में कैंसर के लक्षण कम होते हैं और बच्चियों में बड़े होकर स्तन और ओवरी के कैंसर होने की संभावना भी कम होती है।

• स्तनपान करने वाले बच्चे कम बीमार पड़ते हैं।

• स्तनपान करने वाला बच्चा कम बीमार होता है, और जल्दी ठीक हो जाता है।

• स्तन के दूध में फैट लेवल हाई होता हैं जो मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के लिए बहुत जरूरी है।

• स्तनपान करने वाले बच्चों में आईक्यू अच्छा होता है, बेहतर विकसित न्यूरोलॉजिकल सिस्टम और तेज दृष्टि होती है।

• स्तनपान सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम के खतरे को कम करता है।

स्तनपान से मां को मिलने वाले लाभ

• स्तनपान कराने से गर्भाशय को जल्दी ही सिकुड़ कर पहले की स्थिति में आने में मदद मिलती है।

• स्तनपान करने से लगाव बढ़ता है। जब एक माँ अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है, तो वह दूध के साथ साथ हार्मोन ऑक्सीटोसिन छोड़ती है। यह बच्चे से लगाव भी बढ़ाता है। जिसे "मदरिंग" हार्मोन भी कहा जाता है।

• ऑक्सीटोसिन हार्मोन तनाव को नियंत्रित करता है।

• स्तनपान से स्तन और ओवरी के कैंसर का खतरा कम होता है। 

• स्तनपान से ऑस्टियोपोरोसिस ( हड्डियां कमज़ोर होना) का खतरा कम होता है। 

• बच्चे के लिए दूध बनाने के लिए एक दिन में लगभग 500 कैलोरी की आवश्यकता होती है इसलिए स्तनपान कराने से वजन कम करने में मदद मिलती है।।

• स्तनपान मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रैशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के खतरे को कम करता है। 

• पहले छह महीनों में स्तनपान कराने से ओवुलेशन देरी से शुरू होता है जिससे गर्भाधारन की संभावना कम हो जाती है।

• स्तनपान कराने से नींद में सुधार होता है। इससे वो ज्यादा जल्दी सो जाती हैं और अच्छी गहरी नींद लेती हैं।

• स्तनपान से हार्मोन का संतुलन बना रहता है, जिससे कील-महुांसों का खतरा भी कम हो जाता है। 

• स्तनपान से समय की भी बचत होती है, और पूरी तरह सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध है ।

• स्तनपान कराने से चिंता, तनाव और डिप्रैशन बहुत कम होता है।

स्तनपान कराने वाली माँ के लिए जरूरी आहार?

1. जई का दलिया (ओटमील)- जई का दलिया, कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्रोत है जो दूध को बढ़ाने में मदद करता है।

2. शतावरी- शतावरी के सेवन से दूध की मात्रा में वृद्धि होती है।

3. ब्राऊन राइस- यह उच्च फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो स्तनपान हॉर्मोन्स को बढ़ाता है।

4. बादाम- बादाम मे मौजूद विटामिन ई और omega-3 लैक्टेशन हॉर्मोन्स को बढ़ाने में मदद करते हैं।

5. मेथी- मेथी में omega-3, आयरन अधिक मात्रा में  पाया जाता है, जो दूध की वृद्धि के लिए जरूरी है।

6. सौंफ का पानी- इसके सेवन से लैक्टेशन हॉर्मोन बढ़ जाते हैं।

7. पपीता- पपीता ऑक्सिटोसिन उत्पादन में वृद्धि करता है, जिससे माँ के दूध में वृद्धि होती है।

8. लहसुन -लहसुन से दूध उत्पादन की क्षमता बढ़ती है।

9. कद्दू बीज- कद्दू के बीज में डी.एच.ए. और अल्फा लिनोलेनिक एसिड के स्रोत पाए जाते हैं, जो स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध को बढ़ाता हैं।

10. नारियल पानी- नारियल पानी में पोटैशियम, कैल्शियम पाया जाता है जो माँ का दूध बढ़ाने में मदद करता है।

11. गाजर- गाजर विटामिन ए का स्रोत है जो शिशु के स्वस्थ विकास के लिए बहुत जरूरी है।

12. सैल्मन मछली- यह डी.एच.ए.और ओमेगा-3का बहुत अच्छा स्रोत है जो शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी है।

13. हरी पत्तेदार सब्जियां- हरी सब्जियों में विटामिन के साथ साथ फोलेट, कैल्शियम जैसे खनिज पाए जाते हैं जो दूध की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

14. तुलसी की पत्तियां- तुलसी के पत्ते में नियासिन, विटामिन के, कैरोटीन और थियामिन , एंटीऑक्सीडेंट गुण उचित मात्रा में होते हैं। ये भी दूध की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

15. दही- दही, स्तनपान कराने वाली मां के शरीर में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम ,विटामिन-बी-12 को बनाये रखने में मदद करता है।

16. हल्दी- हल्दी में एंटीवायरल, एन्टी इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं जो स्तन संक्रमण के खतरे को कम करता है।

17. लौकी- लौकी शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है।

18. दालें- दालें प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं जो दूध को बढ़ाती हैं।

19. पालक- पालक मे मौजूद लौह तत्व और एंटीऑक्सीडेंट, बच्चे की प्रतिरक्षा बढ़ाने में मदद करता है।

20. अदरक- अदरक में मौजूद औषधीय गुण, स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध उत्पादन क्षमता में वृद्धि करता है।

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